माई नदी को पुनर्जीवन प्रदान करने के लिए कलेक्टर अवि प्रशाद के भागी रथी प्रयास नदी को उसका पुराना रूप और वैभव दिलाने की इस लड़ाई में अब शहर वासियों का सैलाब उमड़ा रहा है।
कटनी। माई नदी को पुनर्जीवन प्रदान करने के लिए कलेक्टर अवि प्रशाद के भागी रथी प्रयास के शुरुआती परिणाम अब अभियान के चार दिन बाद धरातल पर नजर आने लगे हैं। नदी को उसका पुराना रूप और वैभव दिलाने की इस लड़ाई में अब शहर वासियों का सैलाब उमड़ा रहा है। मन में नदी को उसका पुराना आकार देने की मंशा लिए श्रमवीर पसीना बहाकर नदी को संवार रहे है। कलेक्टर अवि प्रसाद के नेतृत्व में माई नदी को फिर से जीवन देने के लिए नगर निगम एवं जिला प्रशासन की टीम जन सहयोग से काम में जुटी हुई है। सूरज की पहली किरण के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों के साथ श्रमदान करने वाले श्रमवीर नदी के घाट पर पहुंच रहे हैं और अपने सामर्थ के अनुसार नदी को दोबारा जीवन प्रदान करने के लिए प्रयास करते नजर आ रहे हैं।
नदी को बड़ी-बड़ी मशीनों के जरिए गहरा करके साफ सुथरा करने के बाद नदी में मेड़ बंधान के लिए बोरियों में मिट्टी भरकर तैयार किया जा रहा है। मेड़ बंधान के जरिए नदी में मिलने वाले गंदे नालों के पानी को वाटर ट्रीटमेंट करते हुए स्वच्छ बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। आज अभियान के चौथे दिन बड़ी तादात में लोग अपनी सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। बता दे की नदी को पुनर्जीवन प्रदान करने के लिए नदी की सफाई, गहरीकरण, सौंदरीकरण का काम नगर निगम, जिला प्रशासन एवं जन सहयोग के जरिए कराया जाएगा। चौथे दिन नदी को पुनर्जीवन देने वाले इस महायज्ञ में बड़ी तादाद में लोग पहुंचे हैं और अपनी आहुति दी।
श्रमवीरों के द्वारा नदी को संवारा जा रहा है। इस महाअभियान में जिला प्रशासन, नगर निगम, राजस्व विभाग, जनपद पंचायत, तिलक कॉलेज, गर्ल्स कॉलेज, एनसीसी, जन अभियान परिषद, एनएसएस इकाई के द्वारा सफाई अभियान को अंजाम दिया जा रहा है। नदी पुनर्जीवन के काम में पोकलेन मशीन, जेसीबी मशीन, डंपर, हाइवा के माध्यम से भी गहरीकरण किया जा रहा है। नदी से सिल्ट मिट्टी निकालने का काम किया जा रहा है।